बदलाव की आँधी अब आएगी,
सब कुछ बदलकर ही अब जाएगी।
आदमी ना आदमी पर अब वार करेगा,
अब हर किसी से वो प्यार करेगा।
मानवता का ही अब बोल बाला होगा,
अब हर घर में बस उजाला होगा।
सब साथ चलते चलते आगे बङेंगे,
कामयाबी के नये शिखर पर साथ चङेंगे।
अब सुख में नहीं दुख में भी दोस्ती निभाएगे,
हर मोङ पर साथी के साथ खङे हो जाएगे।
इस देश का गईण-गान अब तभी होएगा,
जब इस देश में कोई भूखा ना सोएगा।
बापू के देखे सपने को अब हकीकत बनाना होगा,
इस देश को जात-पात और धर्म की बंदिशों छुङाना होगा।
इस बदलाव की आँधी को अब आना होगा।
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